आपकी कहानियाँ


कृति की कहानी (सॉफ्टवेयर इंजीनियर)

कृति ने इंजीनियर बनने के लिए अपने पिता के नक्शेकदम पर चलना शुरू किया। वह इलेक्‍ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की एक बेहतर स्‍टूडेंट थी और जैसे ही उसने अपनी पढ़ाई पूरी की वैसे ही उसे एक प्रतिष्ठित सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी मिल गई। हालांकि इस नौकरी में सैलरी अच्‍छी थी लेकिन उसे ऐसा महसूस होता था कि वो इस जगह के लिए नहीं है। वह अपनी भावनाओं को नजरअंदाज करने की कोशिश करती थी लेकिन जल्‍द ही यह भावना उसके अंदर और अधिक होती चली गई...

राघव की कहानी (हमनीटीएस का छात्र)

राघव इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि कछुआ कैसे दौड़ जीत सकता है। सफलता की कुंजी केवल कड़ी मेहनत नहीं बल्कि निरंतरता भी है। राघव ने ग्‍यारहवीं कक्षा से ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी । यह मानविकी का छात्र था और एक दिन में अठारह घंटे की पढ़ाई में भरोसा नहीं करता था। नियमितता और जिद़ ही इसका मंत्र था...

अत्रि की कहानी (व्यवसायिक अधिकारी)

अत्रि अपने स्कूल और कॉलेज में एक औसत छात्र था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, उसे अच्‍छी तनख्‍वाह वाली कॉरर्पोरेट नौकरी मिली जिसमें पॉवरपॉइंट प्रजेंटेंशन और एक्‍सल शीट तैयार करनी होती थी। कुछ ही समय में वह रोबोट की तरह काम करने लगा; सारा काम करता लेकिन शायद ही कभी उसे इसका क्रेडिट मलता। वो अपने सीनियर को ना नहीं कह सकता था क्‍योंकि उसे अप्रेजल के समय नौकरी खोने का डर लगा रहता था, जोकि कॉर्पोरेट कर्मचारी की एकमात्र उम्‍मीद होती है...