UPSC परीक्षा की बेहतर तरीके से तैयारी करने में छोटी-छोटी उपयोगी युक्तियाँ आपको काफी आगे तक लीजा सकती हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही युक्तियाँ और योजनाएं बताएँगे जोकि आपके IAS की तैयारी की यात्रा को आसान बना सकती हैं:
1. UPSC परीक्षा के सिलेबस को समझें: इस बात की स्पष्ट समझ रखें कि असल में आपको पढ़ना क्या है। सिलेबस को पूरी तरह पढ़ लें और स्पष्ट तौर पर टॉपिकों को समझ लें।
2. विषयों का व्यापक अध्ययन : UPSC परीक्षा किसी बाधा दौड़ के समान है। सतही ज्ञान आपको कई बाधाओं में से किसी एक में भी नीचे गिरा सकता है। इसलिए, सफल होने के लिए विषयों और टॉपिकों का गहराई से ज्ञान महत्वपूर्ण है।
3. UPSC के परीक्षा पैटर्न से परिचित हों: UPSC या IAS की परीक्षा के तीन चरण है जिनके सिलेबस और प्रश्न पैटर्न अलग-अलग होते हैं। इसकी तैयारी करते समय परीक्षा के पैटर्न की सही तरीके से जानकारी लाभदायक होती है।
4. प्रश्न पैटर्न और अंकन योजना से परिचित हो जाएं: हर एक परीक्षा के लिए अलग-अलग परीक्षा पैटर्न हैं और गलत उत्तरों के लिए निगेटिव अंक भी मिलते हैं। प्रश्नपत्र और अंकन योजना की जानकारी और अधिक अंक प्राप्त करने में सहायता करते हैं।
5. परीक्षा में उपस्थिति होने से कम से कम एक साल पहले तैयारी शुरू कर दें: IAS की परीक्षा में कवर करने के लिए बहुत सारे टॉपिकों के साथ एक विशाल सिलेबस है। पूरी गहराई से तैयारी करने के लिए कम से कम एक साल हाथ में रखना फासदेमंद होता है। IAS परीक्षा की तैयारी कब से शुरू करें और अन्य जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग सेक्शन में जाएं।
6. अपने सामान्य ज्ञान पर जोर डालें: विभिन्न किताबें, जर्नल, लेख और ईयरबुक्स को पढ़कर सामान्य ज्ञान पर बेहतर पकड़ बनाई जा सकती है।
7. करंट अफेयर्स पर नजर बनाए रखें: निरंतर करंट अफेयर्स के बारे में जानकारी रखना महत्वपूर्ण है। अखबार पढ़ना ऐसा करने का सबसे प्रभावी तरीका है।
8. लिखने की आदत डालें : नियमित तौर पर लिखने की आदत डालकर आप IAS बनने की अपनी लंबी यात्रा में सफल हो सकते हैं। आप वर्तमान घटनाक्रमों पर अपनी राय और विचारों को लिखने के लिए समय निर्धारित कर सकते हैं और महत्वपूर्ण घटनाओं एवं परिघटनाओं पर निबंध लिख सकते हैं।
9. अनुशंसित किताबों का अध्ययन करें: मजबूत नींव और हर एक विषय की गहराई से जानकारी के लिए NCERT और मानक पुस्तकें पढ़ें।
10. विषयों की रणनीति बनाएं : पढ़ने के लिए एक योजना तैयार करना और उस रूटीन पर कायम रहना मददगार होता है। इसे प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार के पास एक स्पष्ट स्टडी प्लान या रणनीति होनी चाहिए।
11. UPSC परीक्षा से ठीक पहले नए टॉपिकों को कवर करने से बचें: अपने कमजोर पक्षों को मजबूत करने और मजबूत पक्षों में बेहतरी पाने के लिए दोहराने और अभ्यास करने की जगह परीक्षा से ठीक पहले जब आपके पास गहराई से ज्ञान या अभ्यास के लिए पर्याप्त समय न हो उस समय नए टॉपिकों को कवर करने से उलझन पैदा हो सकती है जिसमें नई सीखी चीजें पुराने याद किए हुए चीजों को प्रभावित करते हैं।
12. दोहराते रहें, अभ्यास करते रहें: दोहराना और अभ्यास प्रमुख पहुल हैं जो हमारे याददाश्त और सीखने को बढ़ाने में मदद करते हैं।
13. बार-बार गलतियों के होने से बचने के लिए सही तरीके से विश्लेषण करें: बिना विश्लेषण के अभ्यास वैसा ही है जैसे बिना स्टेयरिंग का कोई कार। आप जितना चाहें उतनी तेजी से एक्सीलेटर दबाएं, आप जितनी बार चाहें उतनी बार गियर बदलें, लेकिन दिशा से चूकेंगे ही। इसलिए, आपने जो भी अभ्यास किया है उसका विस्तृत विश्लेषण आपको सही रास्ता दिखाएगा और आपको सफलता के पथ पर आगे बढ़ाएगा। ‘विश्लेषण’ का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम अपनी गलतियों को समझना है ताकि आप उसे दोबारा न करें। शायद आपने ध्यान दिया हो कि इस बिंदु को सबसे विस्तार से बताया गया है। असल में, यह जरूरी है क्योंकि हमें भरोसा है कि एक बार जब आप सभी साधन और स्रोतों को इक्ट्ठा कर लेते हैं, जरूरी कुशलता और जानकारी प्राप्त कर लेते हैं तो ‘अभ्यास और विश्लेषण’ की यह एक बिंदु सारे अंतर पैदा कर देगा। अधिकतर उम्मीदवार काफी मेहनत करते हैं, सभी जरूरी कुशलता और ज्ञान हासिल कर लेते हैं लेकिन फिर भी अंतिम दौड़ में हार चाजे हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि उनके पास पतवार की कमी होती है, उन्होंने जो हासिल किया है उसका इस्तेमाल करने की दिशा नहीं होती है। विश्लेषण वह दिशा प्रदान करता है।
14. UPSC मॉक टेस्ट दें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें: ये टेस्ट और प्रश्नपत्र UPSC परीक्षा के समय और प्रारूप के अभ्यस्त होने में मदद करते हैं। यदि आपने पर्याप्त मात्रा में ये टेस्ट दिए हों तो असल परीक्षा एक और मॉक टेस्ट की तरह ही लगता है। यह संतुलन को बनाए रखने और मेन्य परीक्षा के दौरान समय के रणनीतिक रूप से बंटवारे में मदद करता है।
15. सही वैकल्पिक पेपर का चुनाव करें: यह बेहतर है कि आप आंख मूंदकर दूसरों का अनुसरण करने की बजाए आप जिस विषय में सहज है उसकी को चुनें।
16. स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें: दिमाग और शरीर साथ-साथ काम करते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रहने से हम अपने व्यक्तिगत क्षमता को प्राप्त कर सकते हैं। स्वस्थ आहार लें, व्यायाम के लिए समय निकालें और सही तरीके से सोएं।
17. प्रश्नपत्र को अच्छी तरह से पढ़ें: इसे एक आदत बना लें क्योंकि ऐसा नहीं करने पर हो सकता है कि आप प्रश्न को सही तरीके से न समझें और आपको चाहे सही जानकारी हो लेकिन छोटी-छोटी गलतियों की वजह से अंकों का नुकसान हो सकता है।
18. दृढ़ निश्चयी और आत्मविश्वासी बनें: एक बार जब आप ऊपर दी गई सूचियों को पूरा कर लें उसके बाद आपको दृढ़ निश्चयी और आत्मविश्वासी बनाने की जरूरत है। जिस किसी ने भी IAS की परीक्षा में टॉप किया है या फिर उसे पास किया है वो भी आपकी तरह ही एक इंसान है। यदि वो कर सकता है तो फिर आप क्यों नहीं कर सकते हैं।