IAS की परीक्षा के लिए कब से तैयारी शुरू करें?

UPSC परीक्षा की तैयारी में विभिन्न चरण होते हैं जिनकी किसी व्यक्ति की उम्र या उनके जीवन के चरण के आधार पर अलग-अलग मांगें होती हैं।

यदि आप स्‍कूल के छात्र हैं तो आपके पास काफी समय है। IAS परीक्षा की तैयारी अभी आपका प्राथमिक लक्ष्य नहीं है। करंट अफेयर्स पर ताजा जानकारी जानने की आदत विकसित करने के लिए आप हर दिन समाचार पत्र पढ़ना शुरू कर सकते हैं। अगर आपके पास अतिरिक्‍त समय हो तो आप फुरसत के समय करने वाले काम के तौर पर संदर्भ पुस्‍तकों को पढ़ना शुरू कर सकते हैं। याद रखें कि वर्तमान परिस्थिति में आपकी बोर्ड परीक्षा UPSC परीक्षा से अधिक महत्‍वपूर्ण है। आपकी चल रही पढ़ाई को इसकी वजह से नुकसान नहीं होनी चाहिए। वास्तव में, आपके पाठ्यक्रम की एनसीईआरटी की पुस्तकों का गंभीरता से अध्ययन करने से आपको उस समय अच्छी बढ़त मिलेगी जब आप IAS परीक्षा की तैयारी पूरे जोर-शोर से करेंगे।

यदि आप कॉलेज/ग्रेजुएशन के छात्र हैं तो पूरी गंभीरता के साथ करंट अफेयर्स पर ध्‍यान देना शुरू करें। अपने सामान्‍य ज्ञान को बढ़ाने के लिए ईयर बुक्‍स को पढ़ना अच्‍छा है। अपने खाली समय में, आप सामान्‍य ज्ञान के और अब तक आपने अपनी पढ़ाई के दौरान जिन विषयों को पहले से कवर कर लिया है उनके बहु विकल्‍पीय प्रश्‍नों को हल करने की कोशिश करें। लंबे समय तक यह आपकी मदद करेगा। अगर आप अपने अंतिम वर्ष के नजदीक है तो भी आप UPSC परीक्षा के पैटर्न और संरचना तथा प्रीलिम्‍स एवं मेन्‍स के लिए UPSC सिलेबस को समझने के लिए नियमित तौर पर IAS की तैयारी हेतु ई-लर्निंग कोर्सेस या UPSC परीक्षा की तैयारी कराने वाले वेबसाइटों को फोलो करना शुरू कर सकते हैं। आप UPSC परीक्षा के सिलेबस को आधिकारिक वेबसाइट या हमारी वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं और अगर आप अपनी परीक्षा के तुरंत बाद या अपने ग्रेजुएशन को पूरा करते हुए इस परीक्षा को देना चाहते हैं तो अपनी तैयारी शुरू करने के लिए इसे चेकलिस्‍ट की तरह इस्‍तेमाल कर सकते हैं। ऑनलाइन उपलब्‍ध ब्‍लॉग और लेखों को पढ़ना अच्‍छा होता है। यह UPSC परीक्षा की तैयारी पर पूरी जानकारी देता है और आपको UPSC परीक्षा पैर्टन के साथ-साथ UPSC परीक्षा अंकन योजना को समझने में मदद करता है।

अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, अगर आपने अभी तक परीक्षा नहीं दी है या आपको लगता है कि आप इसे दोबारा अगले साल देंगे, तो पूरा पूरे जोर-शोर से आईएएसी परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। अब तक आप में पढ़ने और अध्‍ययन करने की एक आदत विकसित हो चुकी होती है। आपको क्रमबद्ध तरीके से पाठ्यक्रम की गहराई और प्रत्येक विषय क्षेत्र के लिए उचित समय प्रबंधन के साथ आगे बढ़ना चाहिए। IAS परीक्षा का सिलेबस व्‍यापक और गहरा दोनों होता है, इसलिए आपको प्रत्येक विषय को व्‍यापक तौर पर और समय से कवर करना चाहिए। प्रेक्टिस टेस्‍ट या मॉक टेस्‍ट को देते हुए आप IAS तैयारी की पूरी बुक लिस्‍ट पा सकते हैं और विस्‍तार पर किताबों को पढ़ सकते हैं।

यदि आप एक पेशेवर हैं तो आप अपने दैनिक जीवन में से कुछ घंटे निकाल कर अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं जिसे आप IAS परीक्षा की तैयारी के लिए समर्पित कर सकते हैं। आपके लिए बेहतरीन समय प्रबंधन कौशल मायने रखता है। आप काम करते हुए या अपने ब्रेक के समय अखबार पढ़ सकते हैं और काम के लिए जाते समय और वहां से आते समय जरूरी किताबों को पढ़ सकते हैं। देखिए कि आप कहां से समय निकाल सकते हैं। यह सबसे महत्‍वपूर्ण चीज है। अपने आप को याद दिलाएं कि यह परीक्षा आपके सपनों को पूरा करने का एक साधन है और आपकी आजीविका इस पर निर्भर नहीं करती है; आपके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। इससे आपको अपने IAS की तैयारी और कार्य जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।

जब बात उम्र की आती है तो UPSC परीक्षा की तैयारी के कोई निर्धारित नियम नहीं हैं। यह व्यक्तिगत विकास और समग्र ज्ञान प्राप्त करने की एक क्रमिक प्रक्रिया है। जब भी आपको लगता है कि आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने के लिए तैयार हैं, तो वही सही समय है! खुद पर भरोसा करना, कभी भी संकोच नहीं करना और चाहे जो भी हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता ही इसकी कुंजी है।