UPSC परीक्षा की तैयारी करते हुए निराशा और आत्मविश्वास की कमी पर काबू पाएं

यदि आप खुद को खो देगें तो कभी भी आप अपने लक्ष्‍यों तक पहुंचने का सही तरीका कैसे खोज पाएंगे? UPSC परीक्षा एक उम्‍मीदवार के शैक्षणिक और व्यक्तिगत दोनों गुणों की परीक्षा लेता है। आपको अपनी परीक्षा और जीवन के दौरान मजबूत और आत्‍मविश्‍वास से भरे रहने की जरूरत है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जो आपको अपने अंदर इन गुणों को समाहित करने में मदद कर सकते हैं।

- सकारात्‍मक सोच: यदि आप अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में सकारात्मक धारणा रखते हैं, तो आप किसी भी बाधा से निपट सकते हैं। आपको कुछ पाने के लिए कुछ खोना ही पड़ता है। जीवन मुख्य रूप से वस्तु विनिमय प्रणाली पर काम करता है। असफलताओं के बारे में सोचने की बजाए आपके द्वारा एक बार इस परीक्षा को पास करने के बाद सामने आने वाले सुनहरे भविष्‍य के बारे में सोचें। असफलताओं का डर आपको रोक सकता है लेकिन अगर आप अपना दिमाग किसी चीज में लगाते हैं, तो कुछ भी आपको तोड़ नहीं सकता है।

- विश्‍लेषण करें: एकबार जब आपको पता चल जाए कि आपकी सीमाएं क्‍या हैं, तो खुद के विस्‍तार के लिए आप उनपर जोर लगाना शुरू कर सकते हैं।

- अपने आत्‍मविश्‍वास की कमी के पीछे का कारण जानें: जब हम कुछ क्षेत्रों में सफल थोड़े पीछे रह जाते हैं या सफल नहीं हो पाते हैं तो हम खुद पर संदेह करने लगते हैं। आपने कमजोर पक्षों के बारे में जानिए और उन्‍हें आपको तोड़ने देने के बजाए दृढ़ सकंल्‍प और अभ्‍यास के साथ उनपर काबू पाएं।

- जरूरत पड़ने पर बातचीत करें: अगर आपको कभी लगता है कि आपको किसी से बात करने की जरूरत है, तो करें। यह आपको नकारात्‍मक सोच से बाहर निकलने, अपनी भावनाओं को बाहर निकालने में मदद कर सकती है और इसके फलस्‍वरूप आपका दिमाग तरोताजा और हल्‍का हो जाता है। एक भारी दिमाग मुश्किल से ही बहुत कुछ अपने अंदर ले सकता है; एक भरे हुए कप को और नहीं भरा जा सकता है, क्‍योंकि अगर ऐसा करते हैं तो वह सब बाहर निकल जाएगा।

- पूरी तरह से थक जाने के स्‍तर तक पहुंचने से बचें: जब आपका शरीर पूरी तरह थकान की स्थिति तक पहुंचने लगे तो थोड़ा आराम ले लें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप तेजी से तरोताजा हो जाते हैं और पहले से अधिक तेजी से आगे बढ़ते हैं।

- नकारात्मक भावनाओं से निपटना सीखें: एक सिविल सेवक के पास मजबूत भावनात्मक और मानसिक धैर्य होना चाहिए। जीवन में उतार-चढ़ाव, कठिन रास्‍ते और अनिश्‍चितताएं हो सकती हैं। आपको धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से उनके साथ रहना सीखना होगा।

आप हमेशा ध्‍यान को केंद्रित रखने के लिए नए तरीके खोज सकते हैं। आत्मविश्वास, यदि जन्‍मजात नहीं है तो धीरे-धीरे प्राप्त किया जा सकता है। जैसे ही आप सिलेबस कवर करते हैं तो UPSC प्रैक्टिस टेस्‍ट दें, अपनी कमजोरियों पर काम करें और परिणामों तथा खुद को बेहतर तरीके से संभालना सीखें। आप हमेशा उन लोगों को देखकर प्रेरणा ले सकते हैं, जिन्होंने UPSC परीक्षा उत्तीर्ण की थी और वे भी आपकी तरह ही एक इंसान हैं। हो सकता है कि उनमें से कुछ ने आपसे भी खराब परिस्थिति को झेला हो, फिर भी उन्‍होंने हार नहीं मानी। हो सकता है कि उन्‍होंने भी ठोकर खाई होगी और गिरे होंगे लेकिन उन्‍होंने फिर से खुद को खड़ा किया1 यह परीक्षा आपके जीवन को बदल देगी और आपको दूसरों के जीवन को बदलने की भी ताकत देगी। यह सबसे बड़ी प्रेरणा होनी चाहिए कि आपको अपने राष्ट्र की सेवा करने का मौका मिलेगा।

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