गहन सोच कैसे विकसित करें?

एक UPSC उम्‍मीदवार और सिविल सेवा अधिकारी दोनों के रूप में एक महत्‍वपूर्ण विचारक होना जरूरी है। गहन सोच वंशानुगत या एक जन्मजात गुण नहीं हो सकती है; यह एक ऐसा गुण है जिसे हम समय के साथ विकसित कर सकते हैं। गहन सोच में निष्पक्ष निर्णय लेने के लिए किसी स्थिति या मुद्दे का उद्देश्यपूर्ण और प्रभावी विश्लेषण शामिल होता है। यह आपके उत्तर लिखने के लिए, आपके व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार, और आखिरकार, एक अधिकारी के रूप में आपके पेशे के लिए आवश्यक है। ये कुछ अभ्यास हैं जो आपको एक महत्वपूर्ण विचारक के रूप में विकसित होने में मदद कर सकते हैं:

- खुद से प्रश्‍न करें: हमारी कुछ मान्यताएँ बचपन से ही हमारे अंदर बसी होती हैं और हम उन पर सवाल नहीं उठा पाते हैं। आपको इसको तोड़ने का प्रयास करना चाहिए और अपने आप से उन सवालों को पूछना चाहिए जो अभी तक कठिन रहे हैं। 'क्‍यों?' और 'कैसे?' के बुनियादी सवालों को पूछें; बिना तर्क के हर चीज जैसा है वैसा ही स्‍वीकार न करें। आप जितना अधिक जबावों को खोजते हैं आपका दिमाग भी वैसे ही विकसित होता जाता है।

- अपने खुद के निष्कर्ष निकालें: जब भी आप किसी ज्‍वलंत समस्या के बारे में पढ़ते हैं, तो दूसरों के निष्कर्ष से संतुष्ट होने से बचें। यदि आप कोई खबर पढ़ते हैं तो उस बारे में अपने खुद की सोच के बारे में सोचें। यहां कुंजी यह है कि 'खुद के लिए सोचें'। दूसरे जो कहते हैं उसको स्‍वीकार करें लेकिन अपना खुद का निष्‍कर्ष निकालें।

- अपने आप से बहस करें: दुनिया बहस के विषयों से भरी हुई है; एक-एक कर उनको उठएं और अपने आप से बहस करना शुरू करें। अपने खुद के विचारों पर उत्तर दें। यह आत्‍मकेंद्रीयता यानि कि मैं जो सोच रहा हूं वहीं सही है इससे बचने में मदद करता है जो कि गहन सोच में एक बाधा है और मुद्दों के प्रति निष्पक्ष बनने में भी मदद करता है।

- एक श्रोता बनें: एक वक्ता बनने के लिए, आपको पहले सुनने की ज़रूरत होती है। हर एक व्यक्ति मायने रखता है और वे अपनी राय साझा कर सकते हैं, भले ही वे आपके राय के खिलाफ ही क्‍यों न हो। परिस्थिति के विभिन्‍न आयोमों को बेहतर तरीके से समझने के लिए खुद को उनकी जगह रखकर सहनशील बने रहने और मुद्दे को देखने की कोशिश करें।

- विश्लेषण और खोज करें: ये दोनों साथ-साथ चलते हैं। उपलब्‍ध जानकारी का सही तरीके से विश्‍लेषण करना और उसकी जांच करना आवश्‍यक है उसके बाद आपको उसकी तह तक जाने के लिए और उपलब्‍ध जानकारी को बढ़ाने के लिए खोज करनी चाहिए।

- विभेद करने वाले और जोड़ने वाले विचारों का अभ्‍यास करें: निष्कर्ष तक पहुंचने और एक महत्वपूर्ण विचारक बनने का सबसे अच्छा तरीका इन दो प्रकार की सोच के माध्यम से होकर गुजरना है जो एक साथ होते हैं। भिन्‍न सोच के कारण आप अपने दिमाग का विस्‍तार कर सकते हैं और जो भी संभावित समाधान हो सकते हैं उनको खोजने के लिए प्रगतिशील बन सकते हैं। एक बार जब सभी संभावित समाधानों की सूची बना लें तो आपको विचारों को सीमित कर और सबसे उपयुक्‍त विचार को चुनने के लिए जोड़ने वाली सोच का उपयोग करना चाहिए।

- दूसरी दिशा से सोचें : यह वैज्ञानिकों द्वारा सिद्ध किया गया है कि किसी समस्‍या के समाधान का सबसे प्रभावी तरीका है कि उसे वापस लेकर जाएं। इसे दूसरी तरफ से देखें जोकि अलग तरीके से सोचने के लिए इस्‍तेमाल होने वाली एक तरकीब है।

- अलग-अलग समूह के लोगों के साथ बातचीत करें: यह अलग-अलग उम्र समूह, संस्कृतियों और लिंगों के लोगों के दृष्टिकोण को समझने में मदद करता है। आप यह स्वीकार करना सीखते हैं कि कोई भी गलत नहीं है; हर कोई अपनी जगह पर सही हो सकता है। स्वीकृति और ज्ञान अपने स्वयं के पूर्वाग्रह और पूर्व धारणाओं से बचने, भावनाओं को अलग रखने और एक बेहतर और अधिक समझ रखने वाला इंसान बनने में मदद करते हैं, जो यह जानता है कि कैसे दूसरों के विचारों का सम्मान करते हुए अपनी राय रखी जाए।

- किताबें पढें: यह अंतिम बात है लेकिन कम महत्वपूर्ण नहीं कि अलग-अलग प्रकार की और समय की साहित्‍य की किताबें पढ़ना आवश्यक है। कभी कोई किताब ऐसी नहीं होती जो आपको कुछ नया न सीखा जाए। पढ़ने से दिमाग खुलता है और यह खाली जगह को ज्ञान का खजाना बना देता है।