CSAT परीक्षा की सामान्य जानकारी
CSAT परीक्षा क्या है?
हर साल UPSC द्वारा CSAT परीक्षा का आयोजन किया जाता है। IAS के तीन चरण हैं – प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण या निजी साक्षात्कार। इनमें से प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं – सामान्य पेपर I और सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT), जिसे सामान्य पेपर II के तौर पर भी जाना जाता है। यह मुख्य रूप से एक उम्मीदवार के निर्णय लेने, विश्लेषणात्मक, तर्क और व्यापक कौशल का आकलन करता है।
भ्रम की स्थिति से बचने के लिए एहतियात के तौर पर यह बताना जरूरी है कि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के सामान्य पेपर II अलग-अलग हैं। जहां एक ओर CSAT प्रीलिम्स का सामान्य पेपर II है जबकि मेन्स के लिए सामान्य पेपर II शासन व्यवस्था, संविधान, राज्य व्यवस्था, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध है।
CSAT पेपर 200 अंकों का होता है। इसमें 80 बहु विकल्पीय प्रश्न होते हैं और प्रत्येक प्रश्न के लिए 2.5 अंक दिए जाते हैं। प्रश्न के अधिकतम अंक की एक तिहाई जोकि लगभग 0.833 होती है वह प्रत्येक गलत उत्तर के लिए काटी जाती है। इस पेपर के लिए दो घंटे का समय दिया गया है।
इस पेपर के प्रश्नों को निम्नलिखित श्रेणियों में बांटा जा सकता है:
- बोधगम्यता
- संचार कौशल सहित अंतर वैयक्तिक कौशल
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक योग्यता
- बुनियादी गणना (संख्या एवं उनके संबंध, विस्तार क्रम, आदि – दसवीं कक्षा का स्तर)
- आंकड़ों की व्याख्या (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि – दसवीं कक्षा का स्तर)
CSAT के पेपर में प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों में होते हैं। हालांकि, अंग्रेजी भाषा बोधगम्यता कौशल पर पूछे गए प्रश्नों को हिंदी में अनुवाद नहीं किया जाता है।
बहुत से उम्मीदवार इस पेर को केवल एक क्वालिफाइंग पेपर मानकर इस पर ध्यान नहीं देते हैं। यह एक गलती साबित हो सकती है। इस पेपर में आसानी से सफलता पाने के लिए उम्मीदवार को बहुत अधिक मेहनत करनी चाहिए। सही अभ्यास के बिना दो घंटे के भीतर अस्सी प्रश्नों को हल करना कठिन है और खासतौर पर तब जब उम्मीदवार गणित, तर्कशास्त्र या अंग्रेजी भाषा में कमजोर हो। 'अभ्यास' विश्लेषणात्मक और बोधगम्यता कौशल में सुधार की कुंजी है।